BHARAT KI CHHAVIYAAN India is a land that is best reflected in its myriad colourful and contradictory; lively and timeless images of an eternal way of life. This blog is an ode to the timeless moments of the Indian Life.
Tuesday, 27 March 2012
chaand ko kya maloom...........!
एक शाम जो खामोश थी / आसमान जो धीरे-धीरे गहरा नीला होता जा रहा था/
उसी में से धुले हुवे कपडे की तरह यह चाँद उभर गया /
मैं फिर से प्रकृति के जन्म को देख रहा हूँ / कुछ ऐसे ही भ्रम थे उस लम्हे जब पाया /
कि वह पाखी भी मेरी उड़ानों में हमसंगी है .
2 comments:
क्या खूब !
Ati Sunder...chand ko kya maloom
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